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Friday 22 July 2016
कुछ लोग निराले होते है
तपती भीषण जलती गर्मी में
अमलताश का भाव लिए
लाल फूलो से झुके गुलमोहर सा
एक शीतल घनेरी छांव लिए
ठहरी हुई गहरी झील से
कभी प्यार भरी, नदी सा बहाव लिए
कुछ लोग निराले होते है
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