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Tuesday 9 February 2016


सफर..

एक सुन्दर सी भोर .फिर सफर की ओर
ये महकती बगिया ,वो दूर चहकती चिड़ियाँ 
कुछ आते कुछ जाते रास्ते ,सब है तेरे वास्ते 
चल राही फिर दौड़ कर,कुछ समय पे गौर कर 
कुछ बोल मीठे बोल ले,रस आज मन में घोल ले 
जो पास है कितना खास है,जीवन रोज़ नयी आस है 
आस रख विश्वास रख,बस जीत का अहसास रख
कुछ आते कुछ जाते रास्ते ,सब है तेरे वास्ते 
चल राही फिर दौड़ कर,कुछ समय पे गौर कर 
एक सुन्दर से भोर .फिर सफर की ओर...

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